प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज शहर के तीन पुराने मुहल्लों — दारागंज, लोकनाथ और मालवीय नगर — को अब हेरिटेज मुहल्ला के रूप में विकसित किया जाएगा। नगर निगम ने इन क्षेत्रों को पर्यटन की दृष्टि से सजाने-संवारने का निर्णय लिया है। इसमें पुराने 300-400 साल पुराने भवनों, ऐतिहासिक पार्कों और मूर्तियों का संरक्षण शामिल होगा। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और साहित्यकारों की प्रतिमाओं को स्थापित कर युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाया जाएगा।
नगर निगम ने इस विकास कार्य के लिए 15 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। इन मुहल्लों में पर्यटकों की सुविधा के लिए वाई-फाई की सुविधा, नो-पार्किंग जोन और सार्वजनिक पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। साथ ही, हेरिटेज दुकानों में स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री पर जोर रहेगा। पुराने भवनों की दीवारों पर शिलापट लगाए जाएंगे ताकि उनकी ऐतिहासिक बनावट और महत्व आसानी से समझा जा सके।
लोकनाथ मुहल्ला खाने-पीने के शौकीनों का गढ़ माना जाता है और यह क्षेत्र देश को तीन भारत रत्न दे चुका है। मालवीय नगर में महामना पं. मदन मोहन मालवीय, अहियापुर में राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन और जवाहर स्क्वायर में पं. जवाहरलाल नेहरू का जन्म हुआ था। इस मुहल्ले में जायकेदार नाश्ते, लस्सी, रबड़ी, पेठा और खस्ता दमालु जैसी पारंपरिक व्यंजन आज भी मिलते हैं।
महापौर गणेश केसरवानी ने बताया कि दिवाली से पहले विशेषज्ञों की मदद से तीनों मुहल्लों का सर्वेक्षण किया जाएगा और फिर विकास कार्य शुरू किया जाएगा। नगर आयुक्त साईं तेजा ने कहा कि चौराहों को खूबसूरत बनाने और हेरिटेज मुहल्लों की सूरत बदलने से शहर में नया अनुभव मिलेगा और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।